बीते लम्हें Shailendra Death Anniversary: जब सचिन दा के डांटने पर शैलेन्द्र को समुन्द्र किनारे मिला खोया खोया चाँद नवकेतन बैनर की नौवीं फिल्म में देव आनंद और उनके भाई विजय आनंद ने सोचा क्यों न अगली फिल्म के म्यूजिक के लिए सचिन देव बर्मन और शैलेन्द्र की जोड़ी को चुना जाए। इस फिल्म का नाम तय हुआ - काला बाज़ार (1960) अच्छा सचिन दा कितने गुस्से वाले आदमी हैं ये आप सब By Siddharth Arora 'Sahar' 14 Dec 2023 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
बीते लम्हें शैलेन्द्र जब फिल्मी गीत-कार नहीं बनना चाहते थे! स्व. कवि शैलेन्द्र का नाम याद किया जाता है, तो राजकपूर को अनेक फिल्मों के गीत कानों में गूंज उठते हैं. यह सच है कि राजकपूर की फिल्मों को गीतों के नए तरानों से सजाया तो शैलेन्द्र ने ही. फिल्मी गीतकार के रूप में शैलेन्द्र बहुत ऊंची, चोटी पर पहुंच गए थे, पर By Mayapuri 30 Aug 2022 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn