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"फिल्में राजनीति का शिकार न बनें"

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By Sangya Singh
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"फिल्में राजनीति का शिकार न बनें"

सीबीएफसी के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर चल रहे विवाद को लेकर दुख जताया है। संजय लीला भंसाली का सपोर्ट करते हुए पहलाज निहलानी ने कहा कि 'फिल्म इंडस्ट्री को राजनीति का शिकार बनने से बचाने की लड़ाई में एकजुट होना चाहिए'।

उन्होंने कहा कि, मैं संजय लीला भंसाली के प्रति पूर्ण संवेदना व्यक्त करता हूं और फिल्म इंडस्ट्री के प्रति चिंतित हूं, क्योंकि ये सिर्फ पद्मावती का मामला नहीं है। निहलानी ने पद्मावती पर हुए विवाद को सुलझाने में विफल रहने के लिए फिल्म इंडस्ट्री में एकजुटता की कमी को जिम्मेदार ठहराया।

एक इवेंट के दौरान जब पहलाज निहलानी से फिल्म इंडस्ट्री में वंशवाद के बारे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, 'वंशवाद तो बॉलावुड में हर तरफ फैला है'। उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ समय से नए लोग बॉलीवुड में नहीं आ रहे हैं, क्योंकि केवल 4-5 ग्रुप हैं, जो फेमस लोगों के बेटों और बेटियों को अपनी फिल्मों में ले रहे हैं'।

कास्टिंग काउच किसी भी इंडस्ट्री हो सकता हैं

पिछले कुछ समय से चल रहे कास्टिंग काउच मुद्दे को लेकर निहलानी ने कहा कि 'ये किसी भी इंडस्ट्री में हो सकता है'। जब उनसे नए सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी के काम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं यहां तुलना करने के लिए नहीं हूं। मैंने अच्छा काम किया, मैं ये जानता हूं। वो क्या करेंगे, ये आप सभी देखेंगे'।

'मैंने अच्छा काम किया और मीडिया ने उसको सराहा। इसके लिए मैं आपका आभारी हूं'। उन्होंने कहा, 'अब आपको पता चलेगा कि वो कैसे काम कर रहे हैं और मैंने कैसे काम किया था। कितनी फिल्में समय पर रिलीज हुईँ और कितनी फिल्मों में देरी हुई'।

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