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इकबाल खान: आज़ाद पर तुम्हारी पाखी सभी वर्ग, संस्कृति और भाषा को छूता है

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By Mayapuri Desk
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इकबाल खान: आज़ाद पर तुम्हारी पाखी सभी वर्ग, संस्कृति और भाषा को छूता है

टीवी, फिल्मों और वेब सीरीज़ में अपने सहज अभिनय के लिए मशहूर, अभिनेता इकबाल खान हमेशा अपनी पसंद और विश्वास के मामले में सबसे अलग रहे हैं। उनके टॉप रेटेड शो में से एक, तुम्हारी पाखी इस समय भारत के ऐसे पहले प्रीमियम हिंदी एंटरटेनमेंट चैनल आज़ाद पर प्रसारित हो रहा है, जो विशेष रूप से 'ग्रामीण विचारधारा' के हिसाब से सामग्री पेश करेगा। शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास नबा बिधान से प्रेरित और शशि सुमीत प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित एक दमदार कहानी के साथ, करिश्माई अभिनेता इकबाल ने ‘तुम्हारी पाखी’ में अंशुमान राठौर की विशेष भूमिका निभाई है।

खूबसूरत और प्रतिभाशाली श्रद्धा आर्य भी इस शो में अभिनय कर रही हैं। यह शो आज़ाद पर हर सोमवार से रविवार रात 8 बजे प्रसारित किया जा रहा है। इकबाल की सफलता का मंत्र है हमेशा खुश रहें और अपने काम से संतुष्ट रहें। आज़ाद पर ‘तुम्हारी पाखी’ को ग्रामीण दर्शकों से मिली शानदार प्रतिक्रिया के बाद इकबाल ने अपने सफर के बारे में बताया और एक बार फिर इस शो की शूटिंग का अनुभव भी ताजा किया।

इकबाल खान: आज़ाद पर तुम्हारी पाखी सभी वर्ग, संस्कृति और भाषा को छूता है

क्या आपको ये देखकर हैरानी हुई कि तुम्हारी पाखीकी कहानी ग्रामीण दर्शकों से बखूबी जुड़ गई है?

नहीं, मुझे इस बात पर कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि ग्रामीण दर्शकों को आज़ाद पर यह शो इतना पसंद आ रहा है। इस चैनल ने कुछ ऐसे शोज़ चुने हैं, जो सभी को पसंद आते हैं और वे न केवल ग्रामीण दर्शकों से जुड़ते हैं, जिसमें भारत के भीतरी इलाकों में बसी हमारी लगभग 70 प्रतिशत आबादी शामिल है, बल्कि दुनिया भर के टीवी दर्शकों के लिए भी है। मुझे खुशी है कि यह शो आज़ाद जैसे नए चैनल पर भी सफलता हासिल कर रहा है, जो कि बिगिनेन मीडिया की पहल है। तुम्हारी पाखी एक ऐसा शो है, जो लॉन्च होने के बाद से पिछले आठ सालों से निश्चित रूप से दुनिया भर के दर्शकों से जुड़ा हुआ है। शो के सभी कलाकारों, निर्देशक, निर्माता और क्रू ने इस शो को करना पसंद किया और हमारे सुझावों ने एक शानदार सीरीज़ बनाने में मदद की। ये बहुत सारे देशों में प्रसारित हुआ है और मुझे अब भी बुल्गारिया, अर्जेंटीना, लैटिन अमेरिका, इंडोनेशिया, चिली, थाईलैंड और रोमानिया सहित कई अन्य जगहों से अपने किरदार के लिए प्रशंसकों से तारीफ़ें मिलती हैं। इसकी कहानी और भावना सभी को आकर्षित करती है और सभी वर्ग, संस्कृति और भाषा में फैली हुई है।

श्रद्धा और आपको एक प्रतिष्ठित टीवी जोड़ी माना जाता था और तुम्हारी पाखी के लिए आपने कई पुरस्कार जीते। उनके साथ शूटिंग कैसी रही?

हमने सेट पर बहुत मस्ती की, क्योंकि श्रद्धा मस्ती पसंद करने वाली इंसान हैं। मुझे लगता है कि आप जिस अभिनेता के दोस्त हैं, उसके साथ काम करना बहुत जरूरी है और इससे मुझे वास्तव में मदद मिली है।

इकबाल खान: आज़ाद पर तुम्हारी पाखी सभी वर्ग, संस्कृति और भाषा को छूता है

क्या आपको इस सीरीज़ की शूटिंग के दौरान का कोई अनुभव याद है?

यादें तो बहुत हैं लेकिन एक घटना ऐसी थी, जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता। हम फिल्म सिटी, मुंबई में एक कार के दृश्य की शूटिंग कर रहे थे और मुझे एक चढ़ाई वाली सड़क के किनारे एक कार चलानी थी। एक और कार पीछे थी और जैसे ही वह मोड़ से आगे बढ़ी, हमने देखा कि वह कार नीचे जंगलों में गिर गई। मैं यह देखने के लिए अपनी कार से बाहर निकला कि किसी को चोट तो नहीं लगी, क्योंकि हमने उस घुमावदार सड़क के किनारे कार को गिरते हुए देखा था। गनीमत थी कि फिल्म सिटी में आसपास के वन क्षेत्र में घनी झाड़ियों के कारण न तो कार और न ही चालक घायल हुआ।

आज़ाद पर प्रसारित हो रहे 'तुम्हारी पाखी' में अपनी भूमिका के बारे में कुछ बताएं?

मेरा किरदार, अंशुमन एक बेहद सफल व्यवसायी है। वो घमंडी है, दिखावा करता है और अपनी शान बरकरार रखने के लिए कुछ भी कर सकता है। लेकिन उसका एक झूठ उसकी पूरी जिंदगी बदल देता है, क्योंकि मीडिया के सामने उसके बाल-विवाह का खुलासा हो जाता है। बरसों पहले हुए बाल विवाह के बाद दोनों अपने-अपने रास्ते चले गए थे। अंशुमन से शादी करने के लिए श्रद्धा की सहमति के बाद उनका जीवन कैसे बदल जाता है, यह निश्चित रूप से देखने लायक कहानी है।

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तुम्हारी पाखी को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। क्या किसी मशहूर लेखक की लिखी कहानी को शूट करना मुश्किल था या अंशुमन का रोल करना ज्यादा मुश्किल था?

शो में हममें से किसी के लिए भी मुश्किल शब्द सही नहीं है, क्योंकि हमने शो में बहुत मस्ती की। हमने हर दिन अपने किरदारों में सुधार लाने के लिए कड़ी मेहनत की और इसका नतीजा ये हुआ कि न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर के दर्शकों ने इसे पसंद किया।

आपने अभिनय को किस वजह से अपनाया?

मेरे पिता एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं, मेरे भाई-बहनों ने डबल पोस्ट-ग्रेजुएशन किया है और उनमें से दो डॉक्टर भी हैं, इसलिए मैं पेशेवरों के परिवार से आता हूं। अभिनय एक ऐसा क्षेत्र है, जो मेरे परिवार में कभी किसी ने नहीं किया है। मैंने स्कूल से थिएटर किया और दिल्ली में पढ़ाई के दौरान कॉलेज में मॉडलिंग कर रहा था। कॉलेज के दिनों में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के साथ 'करण, सन ऑफ सूर्या' में करण के रोल में मेरे पहले नाटक ने मेरे अंदर अभिनय का कीड़ा जगा दिया। इस तरह मैं अभिनेता बनने के लिए मुंबई आया।

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एक नैचुरल परफॉर्मर कहलाना कैसा लगता है?

मैं टीवी से हूं, जहां दर्शकों को वो सबकुछ दिखाई देता है, जो शीर्ष पर हो, चाहे वो परफॉर्मेंस हो, संगीत, निर्देशन या कहानी हो। मेरे लिए यह बहुत तारीफ की बात है कि मुझे एक नैचुरल एक्टर के रूप में सराहा जाता है। वेब सीरीज़ में और टीवी पर अभिनय करने में यही अंतर है। दर्शक वेब सीरीज़ में नैचुरल परफॉर्मेंस पसंद करते हैं जबकि टीवी ऑडियंस को ओवर द टॉप ड्रामा पसंद है। मुझे नैचुरल रहना पसंद है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर काम करने के बारे में बताएं?

ओटीटी ने सबकुछ बदल दिया है। मैंने जो भी शो किया, उसे बहुत पसंद किया। पिछले 4-5 सालों में मुझे अलग-अलग थीम्स और अलग-अलग किरदार करने का मौका मिला। किसी भी क्रिएटिव इंसान के लिए अभिनेता, निर्देशक, लेखक, ओटीटी ईंधन की तरह है। आप एक सीरीज़ पर काम करते हैं और आप अगले छह महीनों तक इसकी सफलता पर टिके रह सकते हैं। पिछले साल कोविड के शुरू होने के बाद से मैंने तीन वेब शोज़ की शूटिंग की। उन्हें मुंबई के बाहर शूट किया गया था क्योंकि वहां इतने सारे प्रतिबंध नहीं थे। मुझे वेब पर शो करना पसंद है क्योंकि स्क्रिप्ट लॉक होती है और उसका पालन किया जाता है, जबकि टीवी पर, स्क्रिप्ट हर हफ्ते शो की रेटिंग के अनुसार बदलती रहती है। दोनों माध्यमों के दर्शक अलग हैं। इस साल मेरे कुछ नए शोज़ रिलीज़ हो रहे हैं, लेकिन मैं अभी इसके बारे में नहीं बता सकता।

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बिगिनेन मीडिया

बिगिनेन मीडिया की शुरुआत अक्टूबर 2019 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। जैसा कि इसका नाम है, बिगिनेन असल में जर्मन शब्द है, जिसका मतलब है 'कुछ नए की शुरुआत'। इस संस्थान का उद्देश्य जनता-आधारित उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है। यह ग्रामीण दर्शकों के लिए विशेष तौर पर तैयार की गई प्रभावशाली कहानियों के जरिए उन्हें एक बढ़िया अनुभव देना चाहता है और हर उस जगह मौजूद रहना चाहता है, जहां दर्शक हैं। जो जन-आधारित विचारधारा बिगिनेन मीडिया को परिभाषित करती है, उसमें लंबे समय तक ग्राहकों से रिश्ता बनाए रखने के सिद्धांत शामिल हैं। इसका उद्देश्य नए, विश्वसनीय, रचनात्मक मनोरंजक अनुभव देना और संबंधित मल्टीमीडिया उत्पादों को विकसित करना है। बिगिनेन मीडिया का रणनीतिक मूल्य है नवीनता, जो इसकी कॉरपोरेट संस्कृति का मूलभूत हिस्सा है। यह संस्थान, संगठन की शक्ति में यकीन रखता है और इसके प्रमुख मूल्यों में लोगों की मांग का ख्याल रखना, सभी को शामिल करना, विविधता अपनाना, संवेदनशील रहना, बाजार पर केंद्रित रहना और सभी तक पहुंच बनाना शामिल है।

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आज़ाद चैनल

बिगिनेन मीडिया की पहली पेशकश है आज़ाद, जो भारत का पहला ऐसा प्रीमियम हिंदी एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म है, जिसमें विशेष तौर पर ग्रामीण विचारधारा और ग्रामीण परिवेश के लिए कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। पीपल फर्स्ट. रूरल फर्स्ट (सबसे पहले जनता, सबसे पहले ग्रामीण) के अपने उद्देश्य के साथ आज़ाद चैनल, मई 2021 से डीडी फ्री डिश और प्रमुख क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे चुनिंदा डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स पर उपलब्ध है। इसमें ड्रामा, एक्शन और रोमांस के साथ-साथ मनोरंजक फिल्में और बच्चों के कार्यक्रम आदि दिखाए जा रहे हैं।

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