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क्‍या आपको पता है कि आदित्‍य देशमुख, यानि स्‍पेशल एजेंट फैज़ी का चहेता क्रिकेट खिलाड़ी कौन है? जानने के लिये आगे पढि़ये

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By Mayapuri Desk
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क्‍या आपको पता है कि आदित्‍य देशमुख, यानि स्‍पेशल एजेंट फैज़ी का चहेता क्रिकेट खिलाड़ी कौन है? जानने के लिये आगे पढि़ये

टेलीविजन एक्‍टर आदित्‍य देशमुख सोनी सब के ‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ में हमारे प्‍यारे स्‍पेशल एजेंट फैज़ी बने हैं। इस शो में अपने बेहतरीन परफॉर्मेंस से उन्‍होंने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया है। वह पराक्रम एसएएफ (स्‍पेशल एयर फोर्स) बेस कैम्‍प के एक असली, स्‍वाभाविक और जिंदादिल कैडेट की भूमिका निभा रहे हैं।

एक बेबाक बातचीत में आदित्‍य देशमुख ने क्रिकेट के लिये अपने प्‍यार के बारे में बताया और यह भी कि क्रिकेट कैसे बचपन से ही उनकी जिन्‍दगी का अटूट हिस्‍सा रहा है।

क्रिकेट के लिये अपने प्‍यार के बारे में बताते हुए आदित्‍य देशमुख ने कहा, 'क्रिकेट मेरा पहला प्‍यार है और उसके बिना मैं जिन्‍दगी की कल्‍पना नहीं कर सकता। मुझे सात साल की उम्र में मेरा पहला प्रोफेशनल ब्राण्‍डेड बैट मिला था और आज, जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तब उस सात साल के लड़के की खुशी को शब्‍दों में बयां नहीं कर सकता। बाद में, मैने मुलुंड की स्‍पोर्ट्स एकेडमी में एनरोल किया था और इस खेल के लिये मेरा प्‍यार बढ़ता ही गया। मुझे हमेशा से क्रिकेट का जुनून रहा है और अगर मैं एक्टिंग नहीं करता, तो क्रिकेट में ही कॅरियर बनाता। मैं सोचता हूँ कि क्रिकेट आपको प्रैक्टिकल बनाता है और मैंने क्रिकेट से जिन्‍दगी के बारे में बहुत कुछ सीखा है, क्‍योंकि क्रिकेट आपको अपनी सफलताएं और विफलताएं, दोनों ही सहजता से स्‍वीकार करना सिखाता है।'

क्‍या आपको पता है कि आदित्‍य देशमुख, यानि स्‍पेशल एजेंट फैज़ी का चहेता क्रिकेट खिलाड़ी कौन है? जानने के लिये आगे पढि़ये

अपने पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में बात करते हुए आदित्‍य देशमुख ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर मेरी प्रेरणा हैं और मुझे याद है कि मैंने उन्‍हें पहली बार वानखेड़े स्‍टेडियम में देखा था, जब भारत ने वेस्‍ट इंडीज की मेजबानी की थी। उन्‍हें असली में देखना मेरे जैसे क्रिकेट के दीवाने के लिये सबसे बड़ी बात थी। पूरी दुनिया क्रिकेट में उनकी कड़ी मेहनत और लगन को सलाम करती है। लेकिन फिर भी वह स्‍वभाव से विनम्र और सज्‍जन हैं और इस तरह से वह ज्‍यादा स्‍पेशल बन जाते हैं। मुझे याद है कि मेरे पास एक बैट था, जिस पर पेप्‍सी का स्टिकर था और सचिन के पास भी वैसा ही बैट था। मुझे अभी तक उनसे मिलने का मौका नहीं मिल पाया है, लेकिन जिस दिन भी उनसे मिलूंगा, सातवें आसमान पर पहुँच जाऊंगा।'

देखते रहिये ज़िद्दी दिल- माने ना’, प्रत्‍येक सोमवार से शुक्रवार, रात 8 बजे, केवल सोनी सब पर

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